लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिन्दगी के सफर में कभी-कभी कुछ ऐसे मोड़ भी आ जाते हैं जो इंसानों की सोच बदल देता है और साथ ही बदल जाता है जीने का उद्देश्य भी…ऐसे ही एक मोड़ से गुजरते हुए जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत सियादतपुर पंचायत के डुमरिया बुजूर्ग निवासी स्व. लखन लाल चौधरी के पुत्र कुमार आलोक इन दिनों दिल्ली में यथासंभव मरीजों को सहायता प्रदान कर रहे हैं.30 वर्षीय कुमार आलोक को भले ही जिले में कम लोग जानते हो लेकिन राजधानी दिल्ली में वे एक अलग पहचान बनाकर लोगों की सेवा को तत्पर रहते हैं.साथ ही वो भाजपा के चुनावी रणनीतिकार की भी भूमिका निभा रहे है.
बात उन दिनों की है जब कुमार आलोक एक बहुराष्ट्रीय बैंक बार्कलेज में बैंकर के रूप में कार्यरत थे. इसी बीच उनके पिता हृदय रोग के कारण गंभीर रूप से बीमार हो गए.पिता के इलाज के क्रम में उन्हें हॉस्पिटल में अपनी माता के साथ करीब 3 महीने इमरजेंसी वार्ड के एक कमरे में काटना पड़ा.इस क्रम में अपने बीमार पिता के लिए खून की व्यवस्था करने में भी उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी.कई अपने दोस्त यार व परिजन भी रक्तदान के बारे में फैली भ्रांतियों के कारण खून देने से पीछे हट गये.इलाज के क्रम में उन्होंने अपने जीवन की सारी कमाई झोंक डाला लेकिन वे अपने पिता को नहीं बचा सके.जिसके बाद तो मरीजों को यथासंभव सेवा करना उनकी आदतों में शुमार हो गया.बताया जाता है कि आज भी जब कभी कोई मरीज उनसे संपर्क करता है तो उनके लिए दिल्ली के एम्स, सफदरजंग जैसे हॉस्पिटलों में ईलाज, ब्लड के साथ-साथ उनके रहने की व्यवस्था में भी मदद करते है.बताया जाता है कि इस कार्य से उन्हें काफी संतुष्टि मिलती है.
इस बीच वो वर्ष 2014 में नरेन्द्र मोदी के सोशल मीडिया टीम सुपर 150 से जुड़े और फिलवक्त दिल्ली के भाजपा सांसद के लिए चुनाव रणनीतिकार की भूमिका निभा रहे हैं.
कुमार आलोक की शादी मई 2017 में रांची की रीत राय से हुई.उनकी प्रारंभिक शिक्षा जिले के डुमरिया में ही हुई थी.जबकि उन्होंने स्नातक मारवाड़ी कॉलेज तथा प्रबंधन में स्नातकोत्तर (MBA) ईशान इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ग्रेटर नोएडा से किया.बहरहाल वो भाजपा के चुनावी रणनीतिकार की भूमिका के साथ-साथ जिले के लोगों को दिल्ली में बेहतर चिकित्सा व स्वास्थ्य सुविधाओं के मद्देनजर जनप्रतिनिधियों एवं जनता के बीच एक कड़ी का काम कर रहे हैं.