Breaking News

भगवान विष्णु से जुड़ा है गुरु परंपरा का जड़ : स्वामी आगमानंद जी महाराज


लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : व्यास गुरू पूर्णिमा के अवसर पर रविवार को घर-घर में श्रद्धा व भक्ति का माहौल बना रहा और श्रद्धालुओं ने गंगा में डूबकी लगाई. श्रीशिवशक्तियोगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर परमहंस  स्वामी आगमानंद जी महाराज के निर्देशन पर उनके अनुयायी नेकोरोना संक्रमण को देखते हुए  व्यास गुरू पूर्णिमा अमृतम् अपने-अपने  घरो में ही मनाया. इस दौरान कही पादुका पूजन तो कहीं स्वामी जी के तैल चित्र के सामने पूजोत्सव कर गुरु वर को स्मरण किया गया. कई जगह मंदिरों में भजन कीर्तन के साथ सुंदर पाठ का परायण  किया गया. उधर परबत्ता प्रखंड के श्री विषहरी मंदिर बिशौनी के प्रागंण में ग्रामीणो के सहयोग से विशेष पूजन के साथ आमलोगों के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया.

गुरु दिवस की मान्यता सरकार को देनी चाहिए

परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज शनिवार को फेसबुक पेज लाइव के माध्यम से आशीर्वचन देते हुए कहा कि जीवन में गुरु एवं शिष्य के महत्व आने वाले पीढ़ी को बताने के लिए यह दिन एक आदर्श है. गुरु का आशीर्वाद सर्वाधिक कल्याणकारी एवं ज्ञानवर्धक होता है.यह महोत्सव संस्कृत के प्रकांड विद्वान चारों वेद के रचयिता महर्षि वेद व्यास को समर्पित है. उनका जन्म आषाढ़ माह के पूर्णिमा के दिन हुआ था. उनके सम्मान में यह पर्व या महोत्सव भारत में धूमधाम से मनाया जाता है. हम जीवन में जो कुछ भी प्राप्त करते हैं, कहीं न कहीं गुरु की कृपा का ही फल है. गुरू परंपरा का जड़ भगवान बिष्णु से है. जितनी भी परंपरा हैं सभी मूल रूप से भगवान से जुडा हुआ है. गुरू तत्व अपने शिष्यों को इच्छा, ज्ञान व क्रिया शक्ति प्रदान करती है. गुरु का मतलब शिक्षक से नहीं बल्कि गुरु माता-पिता, भाई, दोस्त किसी भी रूप में हो सकते हैं. जिनका नाम सुनते ही हृदय में सम्मान का भाव जगता है. सम्मान प्रकट करने के लिए किसी दिन का नहीं बल्कि प्रत्येक दिन गुरु वंदनीय होते हैं. हालांकि, जीवन की आपाधापी में भौतिक रूप जीवन निर्माता के प्रति कृतज्ञता जाहिर करने का मौका नहीं मिलता है. ऐसे में गुरु पूर्णिमा वो खास दिन होता है. गुरु तत्व से कोई अनजान नहीं है. लेकिन केंद्र एवं प्रांतीय सरकार इस गुरु तत्व पर अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं. गुरु दिवस को सरकार मान्यता देनी चाहिए. 


चौथम, बेलदौर में भी रहा भक्ति का माहौल

श्री शिवशक्तियोगपीठ नवगछिया के तत्वाधान में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर जिले के विभिन्न जगहों पर शनिवार को स्वामी आगमानंद परिवार के भक्तों द्वारा अपने-अपने घरों में चरण पादुका पूजन के साथ गुरु पूजन किया गया. इधर चौथम प्रखंड के जय प्रभानगर में भक्तों के द्वारा गुरु पूजन के साथ चरण पादुका पूजन किया गया. इस अवसर पर सुंदर कांड का पाठ भी किया गया और श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. मौके पर योगपीठ से जुड़े सिकंदर प्रसाद सिंह, राजकिशोर सिंह, मोहन सिंह, सोहन सिंह, राजा, गोलू, खुशबन्त, सिद्यार्थ, श्रुति आदि कार्यक्रम की व्यवस्था में तत्परता से लगे रहे. दूसरी ओर चौथम के राधा कृष्ण ठाकुरबारी में मानस सत्संग समिति चौथम के भक्तों द्वारा गुरु चरण पादुका पूजन के साथ-साथ स्वामी आगमानंद जी महाराज के निर्देश का पालन करते हुए अनुयाइयों के द्वारा कीर्तन भजन के साथ प्रसाद का भी वितरण किया गया. मौके पर मतीन्द्र नाथ मिश्र, धीरज कुमार, युवराज सिंह, पवन सिंह, विकेश कुमार, त्रिलोक कुमार, शैलेन्द्र कुमार राय आदि मौजूद थे. नवादा, सरैया, जयप्रभानगर, बौरने गांव में भी श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों में रामायण का सुंदर कांड पाठ कर व्यास पीठ पर तैल चित्र प्रतिमा रखकर पूजा अर्चना किया. साथ ही बेलदौर में राजेंद्र सिंह, हितैषी, राजेश कुमार, अनिल सिंह, सिकंदर सिंह, नूतन कुमार, पप्पू कुमार सिंह के द्वारा अपने अपने घरों में गुरु पादुका पूजन के साथ ही प्रसाद का वितरण किया गया.

Check Also

ट्रिपल मर्डर से दहला सीमावर्ती क्षेत्र, एक ही परिवार के 3 सदस्यों की गोली मारकर हत्या

ट्रिपल मर्डर से दहला सीमावर्ती क्षेत्र, एक ही परिवार के 3 सदस्यों की गोली मारकर हत्या

error: Content is protected !!