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फाइल फोटो

CPI नेता सत्यनारायण सिंह का निधन, दौड़ी शोक की लहर




लाइव खगड़िया : पूर्व विधायक सह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बिहार राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह का पटना के एम्स में इलाज के दौरान निधन होने की खबर है. मिली जानकारी के अनुसार रविवार की रात करीब 9 बजे पटना के एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली.

बताया जाता है कि पैतृक गांव में 24 जुलाई को 76 वर्षीय कम्युनिस्ट नेता की तबीयत बिगड गई थी. तबीयत में सुधार नहीं होने पर उनका कोरोना टेस्ट करवाया गया. जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. उन्हें 26 जुलाई को पटना के रूबन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां से चिकित्सक ने उन्हें 28 जुलाई को प्लाजमा थेरेपी के लिए पटना के एम्स रेफर कर दिया. वहीं उन्हें एक युनिट प्लाजमा भी चढ़ाया गया. लेकिन एम्स में वे लगातार कोमा में रहे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. इस बीच उनकी हालत में उतार-चढ़ाव जारी रहा. आखिरकार रविवार की रात वे सदा के लिए इस दुनिया को छोड़कर चले गये. दिवंगत नेता अपने पीछे पत्नी, चार बेटी व एक बेटा को छोड़ गये हैं.

 दिवंगत कम्युनिस्ट नेता सत्यनारायण सिंह मूल रूप से जिले के चौथम प्रखंड के कैथी गांव के रहने वाले थे. उन्हें दो बार जिले के चौथम (अब बेलदौर) विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने मौका मिला था. सीपीआई की टिकट पर वे वर्ष 1990 एवं 2000 नें इस क्षेत्र से जीत अर्जित की थी. बिहार के किसान आंदोलन में उनकी अहम भूमिका रही थी. अपने छात्र जीवन में वे एआईएसएफ से जुड़े थे. बाद के दिनों में वे सीपीआई से जुड़ गये. उन्हें दूसरी बार सीपीआई के राज्य सचिव की जिम्मेदारी मिली थी. पहली बार वर्ष 2015 में उन्हें पार्टी का दरभंगा में आयोजित राज्य सम्मेलन में राज्य सचिव चुना गया था. तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के उपरांत उन्हें 2018 में मधुबनी में आयोजित पार्टी के राज्य सम्मेलन में पुनः राज्य सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. 


उधर कम्युनिस्ट नेता के निधन की खबर से जिले भर में शोक की लहर दौड़ गई है. एआईएसएफ के जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि कम्युनिस्ट नेता सत्यनारायण सिंह का निधन वाम व धर्मनिरपेक्ष आंदोलन के लिए एक बड़ी क्षति है. एआईएसएफ के जिला सचिव रजनीकांत कुमार यादव ने कहा है कि का. सत्यनारायण सिंह के जाने से बिहार में जो शून्यता हुई है, उसे तत्काल नहीं भरा जा सकता है. शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में खगड़िया के विधायक पूनम देवी यादव, सीपीआई नेता प्रभाकर सिंह, जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष कृष्णा कुमारी यादव, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भानू प्रताप उर्फ गुड्डू, दलित युवा संग्राम परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राकेश पासवान शास्त्री, फरकिया विकास समिति के संयोजक किरणदेव यादव सहित विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठन के कई अन्य नेताओं का नाम शामिल है.

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