Breaking News

विभिन्न मांगों को लेकर 9 अगस्त को बिहार किसान मंच करेगा आंदोलन




लाइव खगड़िया : बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुडू ने किसानों के प्रति बिहार सरकार के रवैये पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा है कि किसान के बीच त्राहिमाम की स्थिति है और सरकार चुनाव की तैयारियों में लगी हुई है. उन्होंने कहा है कि पिछले तीन महीनों में बज्रपात से बिहार में 337 किसानो का जान चली गई. लेकिन पीड़ित परिवार को अभी तक राहत नहीं मिला है. जबकि बाढ़ से बिहार में 126 किसानों सहित 184 मवेशियों कू मौत डूबकर हो चुकी है. लेकिन राज्य सरकार ने पीड़ितों को राहत नहीं दिया है. इसी तरह कोरोना के कारण बिहार में 187 व्यक्तियों की जान चली गई. लेकिन पीड़ित परिवार को सहायता राशि नहीं मिला. 

किसान नेता ने कहा है कि बिहार के 26 जिले के 108 प्रखंड के 95 लाख हेक्टेयर में लगी फसल बाढ़ के कारण बर्बाद हो गया है. लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से किसी भी जिला मे फसल क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे का कार्य शुरू नहीं हो सका है. बिहार के किसानों के सामने कोरोना व बाढ की दोहरी परेशानी हैं. बावजूद इसके विभिन्न राजनीतिक दल इन मुद्दे को नहीं उठाकर चुनाव की तैयारियों में व्यस्त हैं.

किसान नेता ने बताया कि पिछले साल मक्का का दाम अच्छा मिलने के कारण बिहार के किसानों ने इस वर्ष मक्का का खेती ज्यादा किया और गेहूं की खेती कम करने की वजह से पशुओ के लिए भूसा का पैदावार भी बहुत कम हुआ. जिससे बिहार में मवेशियों के लिए चारा की घोर कमी हो गई. ऐसे में बाढ़ के समय में पशुपालक किसानों की समस्या और बढ गई है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया है कि यदि जल्द ही किसानों की समस्याओं के सामाधान के लिए सरकार की तरफ से पहल नहीं की गई तो इन मुद्दो को लेकर क्रांति दिवस के अवसर पर 9 अगस्त को पूरे बिहार में किसान आंदोलन करेंगे.

Check Also

महिलाएं भी जुड़ रहीं काले कारोबार से, 5 Kg गांजा के साथ 3 की गिरफ्तारी

महिलाएं भी जुड़ रहीं काले कारोबार से, 5 Kg गांजा के साथ 3 की गिरफ्तारी

error: Content is protected !!